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आई. आई. एम. अहमदाबाद में प्रशिक्षण के लिए 50 हैड मास्टर/ हैड मिस्ट्रेस रवाना: हरजोत सिंह बैंस महाराज अग्रसेन जयंती समारोह: पूर्व जस्टिस राकेश गर्ग व हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद बने मुख्य अतिथि श्री मद भागवत कथा व वृन्दावन प्राकटय उत्सव का आयोजन 7 अक्टूबर से देव समाज कॉलेज ऑफ एजुकेशन ने ‘जेंडर इक्वालिटी फ़ॉर बेटर फ्यूचर’ पर सेमिनार आयोजित किया पंजाब गवर्नर और चंडीगढ़ प्रशासक की धर्मपत्नी अनिता कटारिया सेक्टर 34 चंडीगढ़ कार्निवाल में पहुंची स्वास्थ्य जांच और स्वस्थ जीवनशैली से दूसरी बार हृदयाघात को रोकने में मदद मिल सकती है: डॉ. आरके जसवाल एनजीओ वॉयस ऑफ यूनिटी ने आयोजित की घरेलू सजो सामान की प्रदर्शनी आरलैक जे सी बेस्ट पैन रिलीफ आयल की विश्वनीयता के आधार पर बिना फीस लिए ब्रांड अम्बेस्डर बने बॉलीवुड अभिनेता गिरीश थापर पंजाब पुलिस द्वारा नशों की तस्करी के लिए जैकटों का प्रयोग करने वाले अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश उत्तराखंड राम लीला कमेटी ने सीता स्वयम्बर का मनमोहक दृश्य श्रद्धालुओं को दिखाया

धर्म – संस्कृति

कुबेर चालीसा पढने से होते हैं अनेकों लाभ

कुबेर चालीसा पढने से होते हैं अनेकों लाभ

कुबेर चालीसा पढ़ने से लाभ: धन के देवता कुबेर कहे जाते हैं जो सभी देवताओं के कोषाध्यक्ष भी हैं, अगर कोई नियमित रूप से श्री कुबरे चालीसा का पाठ करता हैं तो उसके जीवन में कभी भी धन की समस्या नहीं रहती और उसके घर-आंगन में हमेंशा धनवर्षा होती रहती है।

संत निरंकारी सत्संग भवन में हुआ निरंकारी बाल समागम का आयोजन

संत निरंकारी सत्संग भवन में हुआ निरंकारी बाल समागम का आयोजन

चंडीगढ़ - सन्त निरंकारी सत्संग भवन सैक्टर 15 चंडीगढ़ में निरंकारी बाल समागम आयोजन किया गया । इस बाल समागम की अध्यक्षता करते हुए  ओ पी निरंकारी जी ज़ोनल इंचार्ज चंडीगढ़ ने कहा कि दिखने में तो बच्चे ही थे पर जो संदेश इन्होने दिया वह बहुत बड़ा था। बच्चों ने कई प्रकार की कलाओं का सहारा लेते हुए यह बताने का प्रयास किया कि मर्यादा व अनुशासन में रहकर जीवन व्यतित करना चाहिए । उन्होंने निरंकारी सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज की शिक्षाओं का जिकर करते हुए बताया कि मानुष जन्म बहुत ही अनमोल है हमें व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए बल्कि सत्संग-सेवा-सिमरन में लगाना चाहिए।

उत्तर भारत में पूरे श्रद्धाभाव से मनेगी न्याय के देवता शनिदेव की जयंती

उत्तर भारत में पूरे श्रद्धाभाव से मनेगी न्याय के देवता शनिदेव की जयंती

चंडीगढ़ - हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों में शनि जयंती वृहद स्तर पर मनाने की तैयारियां आरंभ हो गई हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद छह जून को शनि जयंती है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि छ जून को पड़ रही है और इस तारीख पर न्याय के देवता शनि देव का जन्म दिवस व्यापक स्तर पर मनाया जाएगा। ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि की शुरुआत पांच जून की शाम को सात बजकर 54 मिनट से होगी और इसका समापन छह जून को शाम छह बजकर सात मिनट पर होगी। इस कारण शनि जयंती के मुख्य कार्यक्रम छह जून को मनाए जाएंगे, जिनकी शुरूआत पांच जून को हो चुकी होगी।

मोहिनी एकादशी 19 मई 2024 को है

मोहिनी एकादशी 19 मई 2024 को है

वैसे तो सभी एकादशी अपने आप में बहुत महत्व रखती हैं लेकिन मोहिनी एकादशी कुछ ज्यादा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखती है। इस दिन को भगवान विष्णु की पूजा के लिए शुभ माना जाता है। साल  भर में 24 एकादशियाँ मनाई जाती हैं। प्रत्येक माह में दो एकादशियाँ आती हैं एक शुक्ल पक्ष में और दूसरी कृष्ण पक्ष में। मोहिनी एकादशी प्रमुख एकादशियों में से एक है। इस बार मोहिनी एकादशी का व्रत वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि यानी 19 मई 2024 को रखा जाने वाला है ।

मानव को एकत्व के सूत्र में बांधता - मानव एकता दिवस

मानव को एकत्व के सूत्र में बांधता - मानव एकता दिवस

चंडीगढ़ - सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता जी के पावन सान्निध्य में ‘मानव एकता दिवस’ का आयोजन बुधवार 24 अप्रैल, 2024 को ग्राउंड नं0 2, निरंकारी चौक, बुराड़ी में किया जायेगा। यह दिन युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह जी के परोपकारी जीवन एवं उनकी लोक कल्याण की भावना को समर्पित है। इस कार्यक्रम में दिल्ली एवं आसपास के अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्त सम्मिलित होकर बाबा गुरबचन सिंह जी एवं मिशन के अनन्य भक्त चाचा प्रताप सिंह जी को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगें और उनके महान जीवन से प्रेरणा लेते हुए सतगुरु के अमोलक प्रवचनों को भी श्रवण करेंगे।

ब्रह्म ज्ञान की प्राप्ति से ही अंतर्मन का सुकून मिलता है

ब्रह्म ज्ञान की प्राप्ति से ही अंतर्मन का सुकून मिलता है

चंडीगढ़- ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति से ही अंतर्मन का सुकून मिलता है। यह ब्रह्मज्ञान सतगुरु की शरण में आकर मिलता है यह विचार मलोया (चंडीगढ़) के ग्राउंड में हुए विशाल निरंकारी संत समागम में संत निरंकारी मंडल के सचिव जोगिंदर सुखीजा ने हजारों की संख्या में उपस्थित साथ संगत को संबोधन करते हुए कहे।

ब्रहाज्ञान के द्वारा ही सहज अवस्था प्राप्त की जा सकती है - माता सुदीक्षा

ब्रहाज्ञान के द्वारा ही सहज अवस्था प्राप्त की जा सकती है - माता सुदीक्षा

चंडीगढ़ - ब्रहाज्ञान के द्वारा ही जीवन में सहज अवस्था प्राप्त की जा सकती है तथा स्थिर निरंकार प्रमात्मा से जुड़कर जीवन सुकून व आन्नद वाला होता है। यह उद्गार निरंकारी सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने स्थानीय नई अनाज मंडी में आज आयोजित निंरकारी सन्त समागम के दौरान कहे।  निंरकारी सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज व निरंकारी राजपिता रमित जी का आर्शीवाद प्राप्त करने हरियाणा सहित हिमाचल, चंडीगढ़ व पंजाब के श्रद्वालु पहुंचे।

छठ पर्व

छठ पर्व

छठ का पावन पर्व छठ मैया को समर्पित अब देश और विदेश के हर कोने में बङे सद्भाव और पवित्रता के साथ मनाया जाता है,जो पहले बिहार और पूरबिया उत्तर प्रदेश में सिर्फ मनाया जाता था,जहां कहीं भी ऐसे निवासी अब अपना घर मन चुके हैं.यह पर्व सात्विक और साक्षात् सूर्य-वरूण को समर्पित एक सत्य शाश्वत पर्व है.इसमे आध्यात्म के साथ कई वैज्ञानिक पहलू भी जुङा है.

5 जून को चंद्र ग्रहण - मदन गुप्ता सपाटू

5 जून को चंद्र ग्रहण - मदन गुप्ता सपाटू

भारत के बहुत से पंचागांे में 5 जून के इस चंद्र ग्रहण का उल्लेख ही नहीं किया गया है क्योंकि यह उपच्छाया ग्रहण होगा और अफ्रीका, आस्ट्र्ेलिया , युरोप में ही अधिक दिखेगा। इसी लिए ज्योतिषियों के एक वर्ग ने सूतक काल को विशेष महत्व नहीं दिया है और न ही इसके प्रभाव को और किसी खास सावधानी बरतने को। चूंकि ग्रहण रात में है, लॉकडाउन के कारण मंदिर अभी खुले नहीं हैं, अतः यह ग्रहण सोते समय ही निकल जाएगा। अतः भारत के वासियों को अधिक चिंता की आवश्यकता नहीं है। फिर भी इस ग्रहण की हम पूरी जानकारी दे रहे हैं।

जानलेवा सनस्ट्रोक से बचाव में ही भलाई है

जानलेवा सनस्ट्रोक से बचाव में ही भलाई है

गर्मी में लू लगना एक आम समस्या है। जरा-सी असावधानी भी घातक हो सकती है। सनस्ट्रोक या लू लगना एक मेडिकल कंडीशन है। लेकिन ये खतरनाक भी हो सकती है। दरअसल मानव का शरीर स्वयं अपना तापमान नियंत्रित करता है। जब आसपास का तापमान बढ़ता है तो हमारा शरीर भी गर्म होने लगता है तापमान जरूरत से ज्यादा न बढ़ जाए, उसे नियंत्रित रखने के लिए पसीना निकलता है पसीने का वाष्पीकरण होने से शरीर में ठंडक महसूस होती है तथा शरीर का तापमान घट जाता है।

21 अप्रैल की अक्षय तृतीया इस बार अत्याधिक शुभ

21 अप्रैल की अक्षय तृतीया इस बार अत्याधिक शुभ

आइए जानें कैसा रहेगा आपका आज का दिन शुक्रवार 1०-०4-2०15

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आइए जानें कैसा रहेगा आपका आज का दिन वीरवार ०9-०4-2०15

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आइए जानें कैसा रहेगा आपका आज का दिन बुधवार ०8-०4-2०15

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आइए जानें कैसा रहेगा आपका आज का दिन

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4 अप्रेल को चंद्र ग्रहण

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क्या नवरात्रि में विवाह कर सकते हैं?

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क्या कहता है भारत का भविष्य विक्रमी संवत 2072 में ?

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क्या करें, कैसे मनाएं श्रीमहाशिवरात्रि - मदन गुप्ता सपाटू

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लोहड़ी एवं मकर सक्रांति का त्योहार

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क्या है नवरात्रों का वैज्ञानिक आधार  - मदन गुप्ता सपाटू

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सन्त निरंकारी मिशन द्वारा मुक्ति पर्व का आयोजन

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जालौर स्थित श्री विष्णु दशावतार मंदिर श्रद्धालुओं के लिए एक नया श्रद्धा स्थल बना

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इन्सान अपने मूल अस्तित्व को ही भूल बैठा है - निरंकारी बाबा

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ऋषिकेश में गंगा तट पर लगा योग का मेला

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