पीएचडीसीसीआई के शी-फोरम ने किया जागरूकता सत्र का आयोजन
चंडीगढ़ - वित्तीय क्षेत्र में भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जरूरी है कि समझदारी के साथ निवेश किया जाए। इसी उद्देश्य के साथ पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के महिला विंग शी-फोरम द्वारा जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। सत्र के दौरान वित्तीय निवेश में जोखिम को कम करते हुए धन बढ़ाने वाले उच्च रिटर्न वाले निवेश विकल्पों के बारे में बताया गया।
पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय निदेशक एवं सत्र संचालक भारती सूद ने कहा कि निवेश के महत्व को समझना और उचित निर्णय लेने से एक उज्जवल वित्तीय दृष्टिकोण का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। उन्होंने बताया कि वित्तीय भविष्य सुरक्षित करने की दिशा में समझदारी से पैसा निवेश करना एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रतिनिधियों और वक्ताओं का स्वागत करते हुए शी-फोरम चंडीगढ़ की चेयर एडवोकेट पूजा नायर ने कहा कि यह सत्र उन सभी के लिए महत्वपूर्ण है जो निवेश की अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं या अपने वित्तीय लक्ष्यों को स्थिर करना चाहते हैं। मास्टर पोर्टफोलियो सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक गुरमीत सिंह ने बदलते समय में तनाव मुक्त धन सृजन के लिए निवेश पोर्टफोलियो दृष्टिकोण तथा वित्तीय नियोजन की आवश्यकता के बारे में बताया। उन्होंने व्यक्तिगत लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के आधार पर पोर्टफोलियो दृष्टिकोण और निवेश के तरीकों के बारे में भी बताया।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के क्षेत्रीय प्रमुख (पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर) विपुल घई ने म्यूचुअल फंड और वैकल्पिक उत्पादों के माध्यम से धन सृजन पर प्रस्तुति दी। उन्होंने म्यूचुअल फंड की जटिलताओं और वैकल्पिक निवेश उत्पादों की क्षमता के बारे में बताया।
सत्र के समापन पर पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय निदेशक सुश्री भारती सूद ने सभी के लिए वित्तीय साक्षरता की वकालत करने में पीएचडीसीसीआई के समर्पण को दोहराया। इस अवसर पर शिव शंकर कुमार, सह-संयोजक, बैंकिंग और वित्तीय सेवा उप-समिति, पंजाब राज्य चैप्टर, पीएचडीसीसीआई,पंजाब स्टेट चैप्टर, पीएचडीसीसीआई के सह-अध्यक्ष संजीव सिंह सेठी भी उपस्थित थे।