पीएचडीसीसीआई ने किया साइबर सिक्योरिटी कॉन्कलेव का आयोजन
चंडीगढ़। चंडीगढ़ पुलिस साइबर सैल के एसपी केतन बंसल का मानना है कि साइबर क्राइम एक बड़ी तथा वैश्विक चुनौती के रूप में बढ़ रहा है। इससे निपटने के लिए एहतियात व जागरूकता जरूरी है। सोशल मीडिया का सावधानी से इस्तेमाल करते हुए साइबर अपराध को बढऩे से रोका जा सकता है।
केतन बंसल आज यहां पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित साइबर सिक्योरिटी कॉनक्लेव में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेकर उद्योगपतियों व शहर वासियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि तेजी से बदल रहे परिवेश में साइबर हमले भी नए-नए रूप में सामने आ रहे हैं। साइबर सिक्योरिटी आज न केवल एक दिन चर्चा का विषय है बल्कि इसके बारे में निरंतर जागरूकता फैलाना जरूरी है। युवा वर्ग सोशल मीडिया के सही व सुरक्षित इस्तेमाल के साथ साइबर हमलों को बढऩे से रोक सकता है। उन्होंने कहा कि कारपोरेट जगत, औद्योगिक सैक्टर में साइबर सुरक्षा उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करना बहुत जरूरी है। कंप्यूटर युग में साइबर अपराधी न केवल शहरी क्षेत्र बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। इस अवसर पर केतन बंसल ने साइबर हमले और साइबर अपराध के खिलाफ सुरक्षा का महत्व विषय पर अपना भाषण दिया।
इससे पहले केतन बंसल तथा अन्य साइबर विशेषज्ञों का यहां पहुंचने पर पीएचडीसीसीआई हरियाणा चैप्टर के चेयर प्रणव गुप्ता ने स्वागत करते हुए कहा कि चैंबर द्वारा वर्तमान समय की मांग को देखते हुए यह आयोजन किया गया है। जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक करना है। साइबर कॉप्स के संस्थापक एवं साइबर सिक्योरिटी सलाहकार तरूण मल्होत्रा ने कहा कि जो कंपनियां इस समय ऑनलाइन सुरक्षा पर ध्यान दे रहे हैं वह सुरक्षित तरीके से आगे बढ़ रही हैं। तरूण मल्होत्रा ने कहा कि एक उद्योग की स्थापना में जितना महत्व बुनियादी ढांचे का है उससे कहीं अधिक महत्व साइबर सिक्योरिटी का हो गया है। साइबर सिक्योरिटी अब किसी एक क्षेत्र या देश का विषय नहीं बल्कि ग्लोबल समस्या बन चुका है। विश्व का कोई भी देश इससे अछूता नहीं है। विदेशों में उद्योगों की स्थापना के समय ही बुनियादी ढांचे के साथ-साथ साइबर सिक्योरिटी के पार्ट का विशेष ध्यान रखा जाता है।
इस अवसर पर साइबर विशेषज्ञ अमरपाल सिंह ने डाटा बिल 2023 के बारे में अपने विचार व्यक्त किए। पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय निदेशक भारती सूद ने कहा कि यह एक बेहद संवेदनशील विषय है। किसी भी क्षेत्र का व्यक्ति साइबर क्राइम का शिकार हो सकता है। कार्यक्रम के दौरान उभरते साइबर खतरे और साइबर अपराध के रुझान,साइबर सुरक्षा प्रशासन और जोखिम प्रबंधन विषयों पर पैनल चर्चा भी हुई। जिसमें एसटीपीआई की सीईओ ममता भारद्वाज, सौरव कैमिकल के आईटी प्रमुख करण शर्मा, पंजाब एंजल नेटवर्क के चेयरमैन साहिल मक्कड़, सीआईएसओ के टैक्नीकल सोल्यूशन विशेषज्ञ आशीष अब्रहम, अंकित कुमार, तथा नाहर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्री के रजनीश जैन, नवदीप गर्ग समेत कई गणमान्य मौजूद थे।