इन्स-आउट में एफएसएआई व इशरे ने किया सेमिनार का आयोजन
चंडीगढ़,16 सितंबर। विषय विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी इमारत के निर्माण में सुरक्षा एवं अग्नि सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण विषय होता है। इसकी अनदेखी करना उचित नहीं है। आम लोगों को इस दिशा में जागरूक करने के लिए सभी को एकजुटता से प्रयास करना होगा।
उक्त विचार पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित किए जा रहे चार दिवसीय इन्स-आउट के दूसरे दिन फायर एंड सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएसएआई) के चंडीगढ़ चैप्टर द्वारा इंडियन सोसायटी ऑफ हीटिंग,रेफ्रिजरेटिंग एंड एयर कंडीशनिंग इंजीनियर्स (इशरे) और इंडियन प्लंबिंग एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए चंडीगढ़ के मेयर अनूप गुप्ता ने व्यक्त किए। हर साल आयोजित होने वाले सेमिनार का विषय भारतीय अग्नि एवं सुरक्षा यात्रा (आईएफएसवाई-2023) था।
इशरे के चंडीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष अनिल सिंह दुग्गल द्वारा आए हुए अतिथियों का स्वागत किए जाने के बाद एफएसएआई चंडीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष सुरिंदर बाहगा ने कहा कि फायर एंड सिक्योरिटी एसोसिएशन 2002 में स्थापित एक गैर-लाभकारी संगठन है जो अग्नि सुरक्षा, जीवन सुरक्षा, सुरक्षा, भवन स्वचालन, हानि की रोकथाम और जोखिम प्रबंधन के बारे में जागरूकता अभियान चला रहा है।
इस अवसर पर चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के प्रो. मनुजीत खुराना ने अग्निश्मन में प्रौद्योगिकी एवं नवीनतम नवाचारों की खोज, दिल्ली से आए अग्नि सुरक्षा विशेषज्ञ रजनीश अग्रवाल ने वेंटिलेशन और धुआं प्रबंधन, इंडियन प्लंबिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष साहिल कंसल ने नर्वस ऑफ ए बिल्डिंग पर व्याख्यान दिया।
इस अवसर पर फायर सेफ्टी एंड सिक्योरिटी विषय पर आयोजित की विशेष पैनल चर्चा में एफएसएआई के सचिव राजन मित्तल, पंजाब के फायर सलाहकार बी.एस. संधू, पीएस सैनी, प्रमुख, इंजीनियरिंग विभाग पीजीआई, स्वाति बहल,प्रिंसिपल, यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी और अजितेश पराशर, आरएसएम रवेल इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड ने हिस्सा लिया। प्रोफेसर गीतांजलि कपूर ने सत्र का संचालन किया।
इस अवसर पर इशरे के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय बंसल और एमिटी यूनिवर्सिटी से प्रोफेसर दीपिका शर्मा ने विशेष व्याख्यान दिया।
एफएसएआई के तत्वाधान में चितकारा यूनिवर्सिटी, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ विश्वविद्यालय व थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों ने अग्नि सुरक्षा उपायों के बारे में प्रस्तुतियां दी।