चंडीगढ़ - सेक्टर 34 के गुरुद्वारे में उस वक्त एक दिलचस्प नजारा सामने आया, जब शादी के सुनहरे जोड़े में सजी दुल्हन लांवां फेरे लेने के तत्काल बाद हारमोनियम के सामने बैठकर शबद गायन करने लगी। दुल्हन की बहन गुरलीन कौर भी साथ गाने लगी। दूल्हा भी साथ ही बैठा था। फिर तो एक समां बंध गया और विवाह समारोह में आये सभी मेहमान और रिश्तेदार हैरत में पड़ गये।
दरबार साहिब के हजूरी रागी भाई गुरदेव सिंह जी, जोकि जसलीन कौर के लांवां फेरे का कीर्तन कर रहे थे, उन्हीं से दोनों बहनों ने संगीत की शिक्षा ली है। प्रख्यात सूफी गायक पद्मश्री पूरण चंद बडाली ने भी इस अवसर पर शबद गायन किया और वर-वधू को सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद दिया।
वधू के पिता सीए गुरदीप सिंह कहते हैं कि उनकी बेटी को बचपन से ही गायन का अत्यधिक शौक रहा है। फेज-11, मोहाली निवासी गुरदीप सिंह की सुपुत्री जसलीन कौर का विवाह चंडीगढ़ के रमिंदर सिंह के साथ हुआ है, जो विश्वविख्यात रागी बलविंदर सिंह रंगीला के भतीजे और सुरिंदर सिंह रंगीला के सुपुत्र हैं। इसी विवाह के लिए सेक्टर 34 के गुरद्वारे में आनंदकारज किये जा रहे थे।
सीए गुरदीप सिंह ने कहा, 'हमें इस बात की बड़ी खुशी है कि हमारी बेटी एक अत्यधिक धार्मिक, दयालु और संगीत के वातावरण वाले सम्मानित परिवार में जा रही है।'