चंडीगढ़ - उन लोगों के लिए एक अच्छी खबर है, जो परिवार समेत अमेरिका में बसने का सपना देखते रहे हैं। अमेरिकी सरकार ऐसे लोगों को परमानेंट रेजीडेंसी देने की इच्छुक है, जो रोजगार पैदा करने वाले प्रोजेक्ट में निवेश करने को तैयार हैं। इस संबंध में एक मार्गदर्शन बैठक 16 व 17 जुलाई को होटल ताज चंडीगढ़, सेक्टर 17 में आयोजित होगी।
अमेरिकी नियमों के मुताबिक, ईबी-5 निवेश के परिणामस्वरूप 10 अमेरिकी वर्कर्स को फुलटाइम नौकरी मिलनी चाहिए। यह कार्य निवेशक को सशर्त स्थायी निवास मिलने के दो साल के अंदर पूरा करना होगा।
सैन फ्रांसिस्को स्थित कंपनी- पीएनजे5 के संस्थापक, जगदेव ने बताया, 'हम ईबी-5 इमिग्रेंट इन्वेस्टर प्रोग्राम के तहत पांच सितारा होटल परियोजनाओं के लिए पूंजी जुटाते हैं। रोजगार पैदा करने के लिए यह अमेरिकी सरकार की एक पहल है। निवेशकों को ग्रीन कार्ड प्रदान किया जाता है। '
ग्रीन कार्ड अमेरिका में कानूनी तौर पर स्थायी निवास का अधिकार देता है। ईबी-5 प्रोग्राम के अंतर्गत एक निवेशक के जीवनसाथी और 21 वर्ष से कम आयु के अविवाहित बच्चों को अमेरिका में रहने की इजाजत दी जाती है। यह सुविधा यूएसए में कम से कम पांच लाख अमेरिकी डॉलर यानी करीब रु. 3.5 करोड़ का निवेश करने पर मिलती है।
ईबी-5 वीजा प्रोग्राम मीट अप देश के कई शहरों में हो चुके हैं, जिनमें इंदौर, पुणे, हैदराबाद, विजाग, बैंगलोर, अहमदाबाद और दिल्ली प्रमुख हैं। 'ग्रीन कार्ड मिलने पर आप अमेरिका में न सिर्फ स्थायी तौर पर रह सकते हैं, बल्कि काम कर सकते हैं और खुद की संपत्ति भी रख सकते हैं। साथ ही बच्चों को अमेरिका में कहीं भी पढऩे की छूट भी मिलती है। इसके अलावा, आपको अपने निवेश पर अच्छा खासा रिटर्न भी मिलता है, ' जगदेव ने कहा, जो ऑप्टिमल कैपिटल ग्रुप के सह-संस्थापक और मैनेजिंग पार्टनर भी हैं।