वास्तु हमारे घर के साथ-साथ वहां रहने वाले लोगों पर भी अपना प्रभाव छोड़ता। यही कारण है वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि घर में पड़ी हर चीज़ को वास्तु के अनुसार रखना चाहिए ताकि इसके शुभ प्रभाव प्राप्त हो सके न कि अशुभ। आज हम आपको बताएंगे कि घर के भीतर की उन जगहों व बातों के बारे में जो वास्तु के अनुरूप नहीं होती और न ही कभी इनकी तरफ़ ध्यान जाता है, इतना ही नहीं बल्कि कभी इनके बारे में आमतौर पर सुना भी नहीं जाता। जिस कारण घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है। आइए जानते हैं वास्तु में बताए गए कुछ सरल उपायों के बारे में जो इन दोषों को दूर कर पाने में सक्षम होती हैं।
घर की छत पर लगी पानी की टंकी को यूं ही किसी भी जगह लगा दिया जाता है, लेकिन हमेशा ध्यान रखें कि पानी के टैंक के ठीक नीचे किसी कमरे में बेड तो नहीं आ रहा।
अगर ऐसा हो तो टैंक या बेड को थोड़ा खिसका दें। ओवरहेड टैंक का ऊपरी भाग गोल होना चाहिए।
जलसंग्रह का स्थान घर के पश्चिम भाग में शुभ माना जाता है।
अगर घर से निकलने वाले व्यर्थ जल का प्रवाह रुक रहा है तो इसे अशुभ माना जाता है।
व्यर्थ जल का प्रवाह ठीक से होना चाहिए। घर के किसी नल से पानी का रिसाव नहीं होना चाहिए। पानी का बर्तन रसोईघर के उत्तर-पूर्व या पूर्व में भरकर रखें।
रसोई में कभी भी दर्पण नहीं लगाएं। घर को तीन माह से अधिक समय तक खाली न छोड़ें। कभी भी तहखाने को खाली न रखें। बाथरूम और शौचालय के दरवाजे जितना संभव हो उतना बंद रखें।