सीएसआईआर-सीरी, पिलानी के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. नीरज कुमार को "IEEE-वैक्यूम इलेक्ट्रॉनिक्स यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड 2025" के लिए चुना गया है। यह पुरस्कार शोधकर्ताओं और युवा पेशेवरों द्वारा वैक्यूम इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में दिए गए उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। डॉ नीरज को यह सम्मान नीदरलैंड्स में अप्रैल माह में होने वाले "इंटरनेशनल वैक्यूम इलेक्ट्रॉनिक्स कॉन्फ्रेंस (IVEC)" में प्रदान किया जाएगा।
यह पुरस्कार तकनीकी उपलब्धियों, सेवा में नेतृत्व, शिक्षा, नवाचार और उद्यमिता में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार के अंतर्गत विजेता को $1000 की नकद राशि, एक प्रशस्ति पत्र (प्लाक) और सम्मेलन में एक की-नोट या मिनी-प्लेनरी व्याख्यान देने का अवसर मिलेगा। इसके अतिरिक्त, पुरस्कार विजेता को आईवीईसी सम्मेलन कार्यवाही में एक शोध-सार प्रस्तुत करने के लिए भी आमंत्रित किया जाता है।
डॉ. नीरज कुमार वर्तमान में सीएसआईआर-सीरी, पिलानी में वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत हैं जिसमें उनकी शोध रुचि के क्षेत्रों में प्लाज़्मा-एसिस्टेड माइक्रोवेव एवं उच्च-शक्ति वाले टेराहर्ट्ज़ स्रोतों का विकास शामिल है।
डॉ. नीरज कुमार को इससे पूर्व भी कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों एवं फैलोशिप से सम्मानित किया जा चुका है, जिनमें आईएनएई यंग इंजीनियर अवॉर्ड (2021), रमन रिसर्च फैलोशिप (2019), सीएसआईआर यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड (2018), बूटी यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड (2017) आदि शामिल हैं।
निदेशक एवं सभी सहकर्मियों ने डॉ नीरज की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर संस्थान की ओर से उन्हें हार्दिक बधाई दी।