बिटृस पिलानी, पिलानी परिसर ने बसंत पंचमी के पर्व पर 74वां संस्थापक दिवस संस्थान परिसर में बड़े उत्साह के साथ मनाया। वर्ष 1951 में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा बिट्स पिलानी के विद्या विहार परिसर के उद्घाटन के अवसर पर हर साल बसंत पंचमी पर संस्थापक दिवस मनाया जाता है। बड़ी संख्या में छात्रों और संकाय सदस्यों की भागीदारी के साथ पूरे दिन इस जश्न मनाया गया।
समारोह की शुरुआत संस्थापक स्वर्गीय श्री घनश्याम दास जी बिड़ला की प्रतिमा पर पुष्पांजलि के साथ हुई। प्रोफेसर एनवीएम राव, डीन, प्रशासन, पिलानी परिसर, कर्नल सौम्यब्रत चक्रवर्ती, रजिस्ट्रार, बिट्स पिलानी और कई संकाय सदस्यों ने पुष्पांजलि अर्पित की । इसके बाद, रागमालिका द्वारा त्यागराज आराधना का आयोजन किया गया, जहां कई छात्रों ने मूल रूप से संत त्यागराज द्वारा रचित सुंदर शास्त्रीय “कृतियां“ का पाठ किया।
सेंट्रल ऑडिटोरियम में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रोफेसर एनवीएम राव, डीन, प्रशासन, पिलानी परिसर, कर्नल सौम्यब्रत चक्रवर्ती, रजिस्ट्रार, बिट्स पिलानी, प्रोफेसर सुशीला शेखावत, संकाय प्रभारी इंस्टीट्यूट फन्गशन, अहान बंसल, अध्यक्ष छात्र संघ पिलानी परिसर और छात्र संघ के महासचिव आर्यन खुराना ने पारंपरिक दीप प्रज्वलित और सरस्वती वंदना के साथ किया ।
इस दौरान 25 वर्ष या उससे अधिक की सेवा सफलतापूर्वक पूरी करने वाले शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को उनके द्वारा सर्मपित विशिष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया । प्रोफेसर वी.एस राव और प्रोफेसर एस वेंकटेश्वरन सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी (गैर-शिक्षण) अर्वाड की श्रेणी में चयनित एक कर्मचारी को 25000 नकद राशी और एक प्रमाण दिया गया ।
यह पुरस्कार संस्थान के प्रति समर्पित कर्मचारियों की उनकी सेवाओं को मान्यता देने के लिए प्रदान किया गया । इसके अलावा, संस्थान के कार्यात्मक प्रशासन में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए चयनित गैर-शिक्षण कर्मचारियों को 7 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कार और 15 प्रशंसा प्रमाण पत्र भी दिए गए। समारोह के दौरान, इस वर्ष सेवानिवृत्त होने वाले 24 गैर-शिक्षण कर्मचारियों को भी संस्थान के प्रति उनकी प्रतिबद्ध सेवा के लिए सराहना के प्रतीक के रूप में सम्मानित किया गया।
संस्थान ने पिछले पुरस्कार विजेताओं को भी संस्थान के कामकाज के अभिन्न अंग के रूप में उनके योगदान को स्वीकार करते हुए संस्थान क डायमंड जयंती समारोह को मनाने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति में विविधता में एकता का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न क्षेत्रीय संघों से जुड़े छात्रों द्वारा नृत्य और संगीत प्रदर्शन किए गए। प्रोफेसर सुशीला शेखावत, संकाय प्रभारी इंस्टीट्यूट फन्गशन ने इस अवसर पर सभी को धन्यवाद प्रेषित कर कार्यक्रम का समापन किया ।