बिट्स पिलानी, पिलानी परिसर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा ग्रीनर टेक्नोलॉजीज पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (ICGTME-2025) का शुभांरम्भ मुख्य अतिथि प्रो. प्रदीप दत्ता (भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर); सम्मानित अतिथि प्रो. डॉ. इन्ग स्टीफ़न काबेलैक (लीबनिज यूनिवर्सिटी हनोवर), प्रो. सुधीरकुमार बरई (पूर्व निदेशक और मनोनित निदेशक, बिट्स पिलानी, पिलानी परिसर) , प्रो. एन.वी.एम राव (डीन प्रशासन) , प्रो. श्रीकांत राउट्रॉय (मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष) और सम्मेलन संयोजकः प्रो. चेन्नु रंगनायकुलु और प्रो. अरुण कुमार जालान द्वारा किया गया ।
सम्मेलन को सीएसआईआर नई दिल्ली, ऑटो डेस्क और व्हर्ल पूल द्वारा प्रायोजित किया गया और इसे सीएसआईआर-नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज बैंगलोर द्वारा भी समर्थन प्राप्त है। 2 फरवरी 2025 को सम्मेलन के भाग के रूप में श्ग्रीनर टैक्नोलॉजीस एंड सस्टेनेबल असेसमेन्टश् पर एक पूर्व कार्यशाला भी आयोजित की गयी जिसमें बाहर के तकरीबन 32 प्रतिभागियो ने भाग लिया। प्रोफेसर गीता भट्ट ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और विभागाध्यक्ष प्रो. श्रीकांत राउट्रॉय ने सम्मेलन के बारे में जानकारी प्रदान की और विभाग के कार्यक्रमों व सुविधाओं पर प्रकाश डाला।
प्रो. बराई ने दर्शकों को बिट्स पिलानी में शिक्षा की गुणवत्ता के बारे में बताया और इस बात पर जोर दिया कि बिट्सियन कैसे समाज में बदलाव ला रहे हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि भारत और दुनिया भर में लगभग 7500 बिट्सियन स्टार्टअप के संस्थापक/सह-संस्थापक हैं। उन्होंने स्थिरता के लिए हरित प्रौद्योगिकियों के विकास और कार्यान्वयन में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की भूमिका के बारे में भी जानकारी दी। प्रोफेसर एन-वी-एम राव ने ससटेनाबलिटी के महत्व और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की भूमिका पर अपने विचार साझा किए । प्रोफेसर अरुण कुमार जालान ने इस आयोजन को सफल बनाने में उनके सहयोग के लिए सभी संकाय सहयोगियों, प्रतिनिधियों, वक्ताओं और प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया।