बठिंडा, 26 जनवरी - पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज कहा कि राज्य सरकार के संजीदा प्रयासों के स्वरूप हरेक क्षेत्र का व्यापक स्तर पर विकास किया जा रहा है और इस साल पंजाब बेशकीमती ‘कोहिनूर’ हीरे की तरह चमकेगा।
आज यहाँ शहीद भगत सिंह स्पोटर््स स्टेडियम में गणतंत्र दिवस के अवसर पर समागम के दौरान राष्ट्रीय झंडा लहराने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों को राज्य सरकार के प्रयासों को पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिया। उन्होंने विदेशों में बसने वाले पंजाबियों को राज्य की पुरातन शान बहाल करने के लिए सरकार की मदद और सहयोग करने की अपील भी की। भगवंत मान ने पंजाब को नई बुलन्दियों पर ले जाने का प्रण लेते हुए कहा कि राज्य सरकार हमारे महान शहीदों और राष्ट्रीय नायकों द्वारा हरेक के लिए समान अवसरों वाले समाज के संकल्प को पूरा करने के लिए वचनबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ब्रिटिश साम्राज्य की बस्ती होने के नाते हमारे देश ने बहुत दुख बर्दाश्त किया, परन्तु हमारे स्वतंत्रता संग्राम के बहादुर नायकों ने विदेशी साम्राज्यवाद की जंजीरों को तोडऩे के लिए बड़े बलिदान दिए। उन्होंने कहा कि यह बात रिकॉर्ड पर है कि जो महान देश-भक्त किसी न किसी रूप में अंग्रेज़ों के ज़ुल्मों का शिकार हुए या अपनी जानें कुर्बान कीं, उनमें से 90 प्रतिशत से अधिक पंजाबी थे। भगवंत मान ने कहा कि बाबा राम सिंह, शहीद-ए-आज़म भगत सिंह, शहीद राजगुरू, शहीद सुखदेव, लाला लाजपत राय, शहीद उधम सिंह, करतार सिंह सराभा, दीवान सिंह कालेपानी और अन्य बहुत से नायकों ने हमारी आज़ादी लेने के लिए अपना ख़ून बहाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी पंजाबी देश की सरहदों की रक्षा करने में सबसे अग्रणी हैं। उन्होंने कहा कि जब भी भारत को आंतरिक या बाहरी हमलों की चुनौतियें का सामना करना पड़ा तो पंजाबियों ने देश का नेतृत्व किया। भगवंत मान ने कहा कि तथ्य यह है कि राज्य के मेहनतकश किसानों ने मुल्क को अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाई।
मुख्यमंत्री ने दुख के साथ कहा कि आज़ादी के 75 साल के बाद भी हमारे स्वतंत्रता संग्रामियों, शहीद-ए-आज़म भगत सिंह और बाबा साहेब डॉ. बी.आर. अम्बेदकर जैसे महान राष्ट्रीय शख़्िसयतों के सपने अभी भी अधूरे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को आज़ादी के बाद कई दशकों के दौरान राज्य की बागडोर संभालने वाली सरकारों से बहुत उम्मीदें थीं, परन्तु ज्यादातर सरकारों ने लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया, क्योंकि भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजग़ारी और अन्य बहुत सी बुराईयों ने अभी भी राज्य में पैर पसारे हुए हैं। भगवंत मान ने कहा कि इस साल की शुरूआत में सत्ता में आई आम आदमी की सरकार पंजाब में ताज़ी हवा के झौंके की तरह आई है क्योंकि यह सरकार राज्य के लोगों की आशाओं-उम्मीदों को पूरी करने के लिए वचनबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अब समय आ गया है जब हर पंजाबी को ‘रंगला पंजाब’ बनाने के लिए आगे आना चाहिए। पंजाब भाग्यशाली धरती है और अब तरक्की एवं खुशहाली के नए युग का आग़ाज़ करने के लिए इसको पुनर्जीवित करने का समय आ गया है। ऐसा करने से राज्य के अंदर नौजवानों के लिए नए रास्ते खुलेंगे और उनके विदेश जाने के रुझान को रोक लगाने में मदद मिलेगी।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके जीवन का एकमात्र उद्देश्य नेक नीयत के साथ राज्य और यहाँ के लोगों की सेवा करना है। भगवंत मान ने कहा, ‘‘ईश्वर न करे यदि मैं कभी अपने परिवार या रिश्तेदारों को नाजायज़ फ़ायदा देने के लिए दस्तखत करता हूँ तो यह दस्तखत मेरे लिए मौत का वॉरंट होंगे। मेरी हर साँस राज्य की तरक्की और यहाँ के लोगों की खुशहाली को समर्पित है।’’
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य की बागडोर संभालने के बाद उनकी सरकार राज्य की शान बहाल करने और हमारे महान राष्ट्रीय नेताओं की इच्छाओं को पूरा करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले 10 महीनों में ही लोगों के साथ किए वायदे पूरे किए हैं और स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजग़ार के क्षेत्रों को प्रमुख प्राथमिकता दी जा रही है। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के लोगों को मानक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए अब तक 100 आम आदमी क्लीनिक लोगों को समर्पित किए जा चुके हैं और 27 जनवरी को 400 से अधिक क्लीनिक खोले जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब को मेडिकल शिक्षा के केंद्र के तौर पर उभारने के लिए राज्य भर में 16 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाने हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के वायदे को पूरा करते हुए राज्य सरकार ने शहीद भगत सिंह के शहीदी दिवस के अवसर पर 23 मार्च को भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन शुरू की है। इसी तरह भगवंत मान ने कहा कि एक जुलाई से हर महीने 300 यूनिट मुफ़्त बिजली की गारंटी भी पूरी कर दी गई है और नवंबर-दिसंबर, 2022 के महीनों के दौरान राज्य के 87 प्रतिशत घरों के बिजली बिल ज़ीरो हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सरकार के गठन के पहले कुछ महीनों के दौरान ही 25,886 नौजवानों को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं और सारी भर्ती केवल योग्यता और पारदर्शिता के आधार पर की गई है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि पंजाब पुलिस में 2100 पद भरने की प्रक्रिया जारी की गई है और आने वाले चार सालों में हर साल 300 सब-इंस्पेक्टरों और 1800 कांस्टेबलों के पद भरने का फ़ैसला लिया गया। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार नौजवानों के लिए रोजग़ार के नए रास्ते खोलने के लिए राज्य को औद्योगिक विकास की बुलन्दियों पर ले जाने पर ज़ोर दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार के व्यापक प्रयासों के स्वरूप उद्यमियों द्वारा राज्य में निवेश के लिए उत्साह दिखाया जा रहा है और अब तक पंजाब में 27,000 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, जिससे नौजवानों के लिए 1.25 लाख नौकरियाँ पैदा हुईं। उन्होंने बताया कि बच्चों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य के 23 जिलों में 117 ‘स्कूल ऑफ ऐमिनेंस’ बनाए जा रहे हैं। भगवंत मान ने यह भी ऐलान किया कि राज्य सरकार ने लाभार्थियों को बुढ़ापा पेन्शन उनके घर-घर जाकर देने का फ़ैसला किया।
गणतंत्र दिवस की परेड से पंजाब की झाँकी को जानबूझ कर बाहर निकालने के लिए केंद्र सरकार की सख़्त आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे केंद्र की सत्ताधारी पक्ष की संकुचित मानसिकता का पता लगता है। उन्होंने कहा कि पंजाब के महान योगदान को दिखाए बिना किसी भी राष्ट्रीय दिवस के जश्नों की कल्पना भी नहीं की जा सकती। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के प्रति ऐसा घोर भेदभाव करना अनुचित और ग़ैर-वाजिब है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि बठिंडा शहर की ट्रैफिक़ की समस्या के समाधान के लिए शहर के बाहरी ओर अति-आधुनिक बस स्टैंड का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों की सुविधा के लिए शहर में लोकल बस सेवा भी शुरू की जाएगी। भगवंत मान ने यह भी कहा कि बठिंडा में 260 करोड़ रुपए की लागत से अर्बन एस्टेट-फेज़ छह को भी विकसित किया जाएगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने परेड कमांडर दर्पण आहलूवालीया, आई.पी.एस. के नेतृत्व वाली परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने पंजाब पुलिस, पंजाब होम गार्ड्ज़, पंजाब आम्र्ड पुलिस, एन.सी.सी. कैडिट, भारत स्काउट्स एंड गाईड्ज़ के अलावा पंजाब पुलिस के ब्रास बैंड और अन्य स्कूली बैंड्स की टुकड़ी द्वारा शानदार मार्च पास्ट से सलामी भी ली। इस अवसर पर अलग-अलग स्कूलों के विद्यार्थियों ने भंगड़ा, गिद्दा, ग्रुप डांस, पी.टी. शो और समूह गान समेत रंगारंग कार्यक्रम पेश किया।
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्रामियों और उनके पारिवारिक सदस्यों को देश के स्वतंत्रता संग्राम में दिए गए कीमती योगदान के लिए सम्मानित भी किया।