चंडीगढ़ - कोविड की महामारी के दरमियान परीक्षाएं करवाने संबंधी विद्यार्थियों और माता-पिता द्वारा जाहिर की गई चिंताओं के संदर्भ में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज राज्य की सभी यूनिवर्सिटियों के फाईनल इम्तिहान 15 जुलाई तक स्थगित करने का ऐलान किया है।
हालाँकि, इस बारे में अंतिम फैसला यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यू.जी.सी.) द्वारा किसी भी समय जारी किये जाने वाली नई हिदायतों / दिशा-निर्देशों पर आधारित होगा।
इस संदर्भ में सारी दुविधा और अनिश्चितता को दूर करने की माँग करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षाएं 15 जुलाई तक स्थगित करने से सभी संबंधित पक्षों खासकर यूनिवर्सिटियों को यू.जी.सी. द्वारा जारी किये जाने वाले नये दिशा-निर्देशों के अनुकूल आगे बढ़ने का समय मिल जायेगा।
मुख्यमंत्री जी को लगता है कि परीक्षाओं का सुरक्षित संचालन करने संबंधी विद्यार्थियों, अध्यापकों और माता-पिता के मन से भ्रम को दूर करने की जरूरत है। यू.जी.सी. द्वारा 29 अप्रैल को जारी किये दिशा-निर्देशों के मुताबिक पंजाब की यूनिवर्सिटियों ने जुलाई, 2020 में परीक्षाएं लेने का फैसला लिया था। उस समय यू.जी.सी. ने ऐलान किया था कि वह स्थिति की फिर से समीक्षा करेगी। हालाँकि, अकादमिक गतिविधियों खासकर परीक्षाएं करवाने के सम्बन्ध में यू.जी.सी. के फैसले की अभी प्रतीक्षा है।
मुख्यमंत्री कई बार कह चुके हैं कि पंजाब की सभी यूनिवर्सिटियां और कॉलेज यू.जी.सी. से मान्यता प्राप्त हैं और इस कारण इम्तिहानों बारे कोई भी फैसला भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय अधीन सक्षम अथॉरिटी द्वारा ही लिया जा सकता है।