लुधियाना - पंजाब सरकार के खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने कहा है की पंजाब सरकार विपक्षी दलों की तरफ से किये जा रहे दुषप्रचार और अलोचना का जवाब विधान सभा चुनावों दौरान किये वायदे पूरे करके दे रही है। उन्होंने कहा की पंजाब सरकार को किसी भी आलोचना का जवाब देने की जरूरत नहीं क्योंकि राज्य में हो रहे विकास और लोकहित के कार्य लोगों के सामने हैं और खुद-ब-खुद जवाब दे रहे हैं। उन्होंने यह विचार आज स्थानीय गुरु नानक देव भवन में पंजाब सरकार की ओर से आयोजित किये गए जिला स्तरीय किसान कर्ज राहत समारोह को संबोधित करते हुए रखे हैं। समागम दौरान लुधियाना जिले के किसानों को 88 करोड़ रुपए के कर्ज राहत प्रमाण पत्र वितरित किए गए हैं।
समारोह में आशु ने कहा की विरोधी पार्टियां बेतुकी आलोचना के सहारे पंजाब सरकार का अक्स बिगाड़ने की घटिया साजिश कर रही हैं परन्तु सच्चाई तो यह है की पिछली अकाली भाजपा गठबंधन सरकार ने 10 सालों दौरान किसी भी वर्ग की भलाई के लिए कोई काम नहीं किया। उन्होंने कहा की कांग्रेस सरकार की तरफ से गेहूं के खरीद सीजन दौरान किसानों का एक एक दाना खरीदा और यह सुनिश्चित किया कि किसानों को मंडियों में परेशान ना पड़े। जबकि पिछली सरकार दौरान किसानों को अपनी बच्चों की तरह पाली फसल को बेचने कई कई दिन मंडियों में भटकना पड़ता था। पंजाब सरकार को अपनी जिम्मेदारी का एहसास है और लोकहित में बनाईं नीतियाँ को सही मायनों में लागू करने की नियत पूरी तरह साफ है।
उन्होंने दावे के साथ कहा की राज्य की आर्थिक स्थिति में दिन प्रतिदिन सुधार आ रहा है और पंजाब सरकार प्रत्येक किसान को ऋण के बोझ से निकालने प्रति वचनबद्ध है। पंजाब सरकार ने किसान कर्ज राहत समारोहों की शुरुआत इसी साल मानसा से की है और पहले चरण में अब तक दो लाख दो हजार 111 किसानों को 999 करोड़ रुपए के कर्ज राहत प्रमाण पत्र जारी किए जा चुके है। जल्दी ही इस योजना का दूसरा दौर शुरू होने जा रहा है, जिस के अंतर्गत सहकारी बैंकों के अलावा राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्जदार किसानों को राहत प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे। उन्होंने पंजाब के लोगों से अपील की है कि वे राज्य की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते पंजाब सरकार को थोड़ा और समय दे जिससे प्रदेश को आर्थिक रूप से अपने पैरों पर खड़ा करने के बाद विकास की गति को और तेज किया जा सके।
इससे पहले लोक सभा सदस्य रवनीत सिंह बिट्टू ने अपने संबोधन में किसानों से आह्वान किया कि वे वर्तमान कृषि के हालातों को ध्यान में रखते हुए समय के साथ चलते हुए खेती के लिए तकनीकें अपनाए, पानी और पर्यावरण को बचाने और अपने अनावश्यक खर्च घटाने के लिए आगे आएं। बीते १० सालों दौरान पिछली सरकार की बुरी नीतियों के चलते किसानों को घटिया खादें और बीज उपलब्ध करवाए गए, परिणामस्वरूप कम उत्पादन के चलते किसान कर्जे के बोझ नीचे और दबता गया। तत्कालीन सरकारों की अनदेखी के कारण ही किसान आत्महत्या के रास्ते चल पड़ा। परन्तु अब पिछले एक साल दौरान पंजाब के आर्थिक हालात लगातार सुधर रहे हैं। चुनावी वायदे को पूरा करते हुए पंजाब सरकार की तरफ से किसानों का कर्ज माफ करने की प्रक्रिया निरंतर जारी है।
उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे खेती भविष्य की जरूरतों और मुश्किलों को ध्यान में रखकर करें। ऐसी तकनीकों का प्रयोग किया जाए, जिससे पानी और वातावरण का बचाव हो। इसके अलावा किसान को झूठी शान से दूर रह कर अनावश्यक खर्चों से संकोच करना चाहिए। उन्होंने कहा की पंजाब सरकार की ओर से किसानों के कर्ज माफ करने के साथ साथ अब मजदूरों का कर्ज माफ करने की भी शुरुआत कर दी गई है।