जालन्धर - पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज बिहार के शहर श्री पटनासाहिब में 10वें गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व के अवसर पर तख्त श्री पटना साहिब गुरुद्वारे में माथा टेका। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह चंडीगढ़ से विशेष विमान से पटना गए थे। पिछले एक वर्ष के दौरान यह उनका दूसरा दौरा था। राज्य विधानसभा के आम चुनावों से पूर्व भी कैप्टन अमेरन्द्र सिंह ने तख्त श्री पटना साहिब गुरुद्वारे में जाकर माथा टेका था। ऐतिहासिक गुरुद्वारे में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा माथा टेकने के बाद ग्रंथियों में उन्हें सिरोपा देकर उनका सम्मान किया। मुख्यमंत्री कुछ देर के लिए गुरुद्वारे में उपस्थित रहे। इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि उनके लिए सौभाग्य की बात है कि वह गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व को देख रहे हैं। गुरु गोबिंद सिंह जी का 400वां प्रकाश पर्व आने वाली पीढ़ी देखेगी।
उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा छोटे साहिबजादों के शहीदी दिवस की स्मृति में श्री फतेहगढ़ साहिब में लगने वाले जोड़ मेले पर सियासी कांफ्रैंसे न करने के किए गए आह्वान का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे पवित्र दिवस पर सियासी दलों को राजनीति खेलने से गुरेज करना चाहिए। राजनीति करने के लिए कई अन्य अवसर उपलब्ध होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने कल ही जोड़ मेले पर सियासी कांफ्रैंस न करने का फैसला ले लिया था। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को इस संबंध में स्टैंड लेने की जरूरत है कि वह जोड़ मेले पर सियासत नहीं करेंगे।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि उनकी इच्छा है कि वह बार-बार श्री पटनासाहिब गुरुद्वारे के दर्शनों के लिए आए। उन्होंने इस अवसर पर गुरुद्वारे में लंगर भी ग्रहण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व के अवसर पर राज्य में कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी के जन्म स्थान श्री पटना साहिब में आकर उन्हें काफी सुकून मिला है। मुख्यमंत्री के साथ पूर्व विधायक केवल सिंह ढिल्लो, विधायक राणा सोढी सहित कई अन्य कांग्रेसी नेता भी श्री पटना साहिब गए थे।