पीएचडीसीआई व मास्टर्स यूनियन के बीच हुआ एमओयू
अमृतसर। पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के पंजाब चेप्टर ने मास्टर्स यूनियन स्कूल ऑफ फैमिली बिजनेस के सहयोग से अमृतसर में अपने पारिवारिक व्यवसाय को 10 गुना से 100 गुना तक बढ़ाने पर एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया। कार्यक्रम में अमृतसर जोन के सौ से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया।
सत्र का उद्देश्य परिवार द्वारा संचालित उद्यमों को संचालन को पेशेवर बनाने,शासन को आधुनिक बनाना था। पीएचडीसीसीआई अमृतसर जोन के संयोजक सीए जयदीप सिंह ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और उद्यमशीलता और ज्ञान-साझाकरण प्लेटफार्मों को बढ़ावा देने के लिए चैंबर की प्रतिबद्धता पर जोर दिया जो आज के गतिशील आर्थिक परिदृश्य में पारंपरिक व्यवसाय मॉडल की उभरती जरूरतों को पूरा करते हैं।
अपने मुख्य भाषण में लवली ग्रुप के प्रमोटर और मास्टर्स यूनियन के संस्थापक प्रथम मित्तल ने व्यवसाय चलाने और संस्था बनाने के बीच के अंतर पर जोर दिया। उन्होंने उद्यमियों की नई पीढ़ी से परिचालन निर्भरता से रणनीतिक नेतृत्व की ओर बढऩे का आग्रह किया। वैश्विक उदाहरणों का हवाला देते हुए, उन्होंने साझा किया कि जो व्यवसाय सफलतापूर्वक आगे बढ़ते हैं, वे अक्सर प्रक्रियाओं को संस्थागत बनाकर, पेशेवर प्रबंधन टीमों का निर्माण करके और सीखने की संस्कृति बनाकर ऐसा करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे डिजिटल परिवर्तन, डेटा-संचालित निर्णय लेने और उद्यम-शैली जोखिम लेने से पारिवारिक व्यवसायों की दिशा को फिर से परिभाषित किया जा सकता है।
औपचारिक धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए पीएचडीसीसीआई अमृतसर जोन के सह-संयोजक निपुण अग्रवाल ने वक्ताओं द्वारा लाए गए विचारों को स्वीकार किया और दीर्घकालिक व्यावसायिक लचीलापन सुनिश्चित करने के लिए निरंतर सीखने, अनुकूलनशीलता और अंतर-पीढ़ीगत संवाद की आवश्यकता पर बल दिया।
चैंबर के सदस्य सचिन मेहरा और राजीव गुप्ता के बीच एक फायरसाइड चैट ने पारंपरिक पारिवारिक व्यवसायों के परिवर्तन की खोज की। इस अवसर पर पीएचडीसीसीआई और मास्टर्स यूनियन के बीच एक एमओयू का आदान-प्रदान किया गया, जिसका उद्देश्य पारिवारिक व्यवसायों के लिए शैक्षिक पहल, मेंटरशिप के अवसरों और नेतृत्व विकास को बढ़ावा देने के लिए सहयोग को औपचारिक रूप देना था। सत्र का संचालन चैंबर के सदस्य सचिन मेहरा ने किया।