मोहाली । गिलको इंटरनेशनल स्कूल ने हाल ही में 'लेट्स टॉक एजुकेशन' कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसे रोबोचैम्प्स ने आयोजित किया था। यह 10 दिनों का खास कार्यक्रम था, जो 10 शहरों के 10 स्कूलों में आयोजित हुआ। इस पहल में शिक्षकों, स्कूल प्रमुखों और छात्रों ने शिक्षा के भविष्य, नए तरीकों और नेतृत्व की भूमिका पर चर्चा की।
कार्यक्रम के दौरान, शिक्षा में हो रहे बदलावों और आने वाली चुनौतियों पर विचार-विमर्श हुआ। एआई का पढ़ाई में इस्तेमाल, छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान और रचनात्मकता व नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा देने जैसे अहम मुद्दे चर्चा में रहे।
गिलको इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. कृतिका कौशल ने इस कार्यक्रम को एक प्रेरणादायक अनुभव बताया। उन्होंने कहा कि 'लेट्स टॉक एजुकेशन' से हमें नए विचार और तरीकों को समझने का मौका मिला। यह शिक्षा में बदलाव लाने का सही मंच साबित हुआ।
रोबोचैम्प्स के सह-संस्थापक अक्षय आहूजा ने मुख्य वक्ता के रूप में कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने तकनीक और व्यक्तिगत पढ़ाई के जरिए शिक्षा में क्रांति लाने के तरीके बताए। उनकी बातों ने शिक्षकों को नई सोच अपनाने और अपने संस्थानों में बदलाव लाने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में शामिल शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए और शिक्षा को बेहतर बनाने के उपायों पर चर्चा की। सभी ने यह महसूस किया कि शिक्षा अब सिर्फ ज्ञान देने तक सीमित नहीं है, बल्कि छात्रों को असली जिंदगी की चुनौतियों के लिए तैयार करना भी जरूरी है।