हम सभी जानते हैं कि हमारे शरीर को फिट रखना कितना आवश्यक और महत्वपूर्ण है और इसके लिए हम कई चीजें जैसे - जिम, जॉगिंग, और तैराकी करते हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि शरीर के अन्य भागों के व्यायाम की तरह आप आंखों की एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। आंखों की एक्सरसाइज, आंखों को स्वस्थ बनाएं रखती है और इन पर पड़ने वाले तनाव को कम करने में भी मदद करती है। आगे बताएं जाने वाले टिप्स पर ध्यान दें, यह टिप्स आपकी आखों की रोशनी में सुधार तो नहीं करेगें लेकिन दिन के दौरान की आखों की रोशनी के स्तर को बनाएं रखेगें और आगे चलकर आंखों की रोशनी में होने वाली गिरावट को रोकेगें।
ऐसे कीजिये व्यायाम-
1) एक कुर्सी पर आराम से बैठें। अपनी दोनो हाथों को हथेलियों को रगड़ कर गर्म करें। अपनी आखें बंद कर लें और गर्म हथेलियों से हल्के से उन्हे ढक लें। आईवॉल पर प्रेशर न डालें। आंखों को इस प्रकार कवर करें कि उंगलियों या हथेलियों के बीच से उन तक रोशनी की एक भी किरण न पहुंचे। इस दौरान आप धीमे से गहरी सांस लें और किसी अच्छी घटना के बारे में या फ्यूचर में होने वाली किसी अच्छी बात के बारे में सोचें। इसके बाद आप हथेलियों को हटा लें और धीमे से आखें खोल लें। इस प्रक्रिया को दिन में कम से कम 3 मिनट या ज्यादा करें।
2) अपनी आखों की मसाज करें : गरम और ठंड सिकाई - दो तौलियां लीजिए, एक को गर्म पानी में भिगोएं और दूसरे को ठंडे पानी में भिगो दें। पहले किसी एक तौलिया को लीजिए और चेहरे पर हल्का दबाव डालते हुए घुमाइए, अपने भौं और आखों के आस - पास के एरिया में आराम से आहिस्ता से टच करवाएं। इस दौरान अपनी पलकों को बंद रखें ताकि आखों पर अच्छे से सेक हो सके। इस प्रकार दोनो तौलिए से एक - एक बार आंखों और चेहरे पर सेक दें और अंत में ठंडे पानी की तौलिया को इस्तेमाल करें। फुल फेस मसाज - गर्म पानी में एक तौलिया भिगोएं। उसे अपने चेहरे पर रखें और नाक व गर्दन को रगड़ें और गाल पर अच्छे से फिराएं लेकिन आखों को बचा कर रखें। इसके बाद, उंगुलियों के पोरो से माथे और बंद आखों की मसाज करें। पलकों की मालिश - अपनी आखें बंद कर लें और अपनी अंगुलियों के सिरो से आखों पर हल्के - हल्के से गोलाई में घुमाएं, ऐसा 1 से 2 मिनट तक करें। सुनिश्चित कर लें कि आप इस प्रक्रिया को बेहद धीमी तरीके से करें और बाद में बिना आखों को नुकसान पहुंचाए हाथों को धुल लें।
3) अपने हाथों की बीच की तीन अंगुलियों को ऊपरी पलकों पर धीमे से रखें। उन्हे हल्के से रखकर 1 से 2 सेकेण्ड तक आखों को बंद रखें और उसके बाद छोड़ दें, इस प्रक्रिया को 5 बार दोहराएं
4) बैठे और आराम करें। अपनी आखें को क्लॉकवाइस घुमाएं और उसके बाद एंटी क्लॉकवाइस घुमाएं। इस प्रक्रिया को 5 बार दोहराएं, हर बार इसे करने के बाद आखों की पलकों को हिला लें। 5) किसी दूर रखी चीज पर 10 से 15 सेकेण्ड के लिए निगाह ठहराएं ( जो 150 फीट ऊंची या 50 मीटर दूरी पर हो ) । उसके बाद, अपनी आखों को धीरे से दूसरी जगह ले जाएं और नजदीकी चीज को देखें ( जो 30 फीट से कम और 10 मीटर की दूरी पर हो ), इस दौरान आपका सिर नहीं घूमना चाहिए। उसके बाद पुन: पहले वाले आब्जेक्ट पर जाएं और 10 से 15 सेकेण्ड तक देखेंऔर वापस कम दूरी वाले आब्जेक्ट पर आ जाएं। इस प्रकार, इस प्रक्रिया को 5 बार दोहराएं लेकिन याद रहे कि सिर नहीं घुमाना है।
6) अपने हाथ की दूरी पर एक पेंसिल को पकडें। अपनी हाथ को नाक की तरफ धीरे से बढ़ाएं। पेंसिल की नोक पर अपनी निगाह टिकाएं रखें जब तक कि आप उसकी नोक को कम दूरी के कारण देखने में असक्षम न हो जाएं। इस प्रासेस को इस बार करें ( पेंसिल के अलावा आप किसी भी चीज को ले सकते हैं जिस पर आपका ध्यान केंद्रित हो सकें और उसे आप अपनी हाथों से आसानी से मूव करा लें )।
7) अपने सामने की दीवार पर देखें और मानें कि आप, अपनी आखों से दीवार पर लिख रहे हैं। अपना सर न घुमाएं। ऐसा करने में पहली बार काफी दिक्कत होती है लेकिन कोशिश करने के बादऔर एक दो बार प्रैक्टिस होने के बाद आपको इस काम में मजा आने लगेगा। आप जितने बड़े शब्द लिखेगें, उतना ही अच्छा आखों पर पड़ेगा।
8) आखों को ऊपर करें और फिर ऊपर से नीचे करें। ऐसा कम से कम 8 बार करें और फिर इसी प्रक्रिया को 8 बार लेफ्ट से राइट और राइट से लेफ्ट करें। लेकिन ध्यान रहें कि इस एक्सरसाइज के दौरान आंख किसी और दिशा में न जाएं वरना आपकी आंखों की रोशनी अच्छी होने की बजाय बदतर हो जाएगी।
source :www.oneindia.in