चंडीगढ़ - वरिष्ठ इनेलो नेता व ऐलनाबाद विधायक अभय सिंह चौटाला ने प्रदेश की भाजपा-जेजेपी गठबंधन सरकार ही नहीं, विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। अभय का कहना है कि हुड्डा, भाजपा और जेजेपी ‘ए’, ‘बी’ व ‘सी’ टीम की तरह है। तीनों आपस में मिले हुए हैं और मिलकर राजनीति करके लोगों को गुमराह किया जा रहा है। वे बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ स्थित इनेलो मुख्यालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
अभय ने कहा, ‘हुड्डा हम पर आरोप लगाते थे कि इनेलो और भाजपा ए व बी टीम हैं’। जेजेपी का जिक्र करते हुए कहा, ‘इसी तरह इनेलो से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले नेता भी कहा करते थे कि अभय सिंह ने विपक्ष की भूमिका निभाने की बजाय सरकार को सदन में बचाने का काम किया’। उन्होंने कहा कि अब वे लोग खुद तो सरकार में शामिल हो गए हैं और आने वाले दिनों में भाजपा में विलय भी करेंगे।
अभय ने कहा कि हुड्डा का यह कहना कि वे मुख्य विपक्ष हैं और प्रदेश के लोगों की लड़ाई लड़ रहे हैं, पूरी तरह से गलत है। हुड्डा की पोल तो पिछले राज्यसभा चुनाव में ही खुल गई थी। जब उन्होंने कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार आरके आनंद को जितवाने की बजाय भाजपा समर्थित सुभाष चंद्रा की मदद की। पेन की स्याही बदलवा कर कर वोट भी रद्द करवा दिए गए। हुड्डा ने तो बैलेट पेपर ही खाली छोड़ दिया था।
अभय ने कहा कि अब उस अहसान का बदला चुकाने के लिए भाजपा ने जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां पर तीसरा उम्मीदवारा न उतारकर कांग्रेस के उम्मीदवार को जिताने का काम किया। अभय ने कहा कि हुड्डा की भाजपा के साथ मिलीभगत है, इसका ताजा उदाहरण मानेसर का उल्लावास घोटाला है। इस घोटाले के 36 आरोपियों में हुड्डा का नाम भी था। इसकी चार्जशीट सीबीआई ने कोर्ट में दाखिल की थी।
वही चार्जशीट ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के पास भी गई लेकिन भाजपा सरकार के साथ मिलीभगत करके हुड्डा का नाम चार्जशीट से हटाकर क्लीन-चिट दे दी गई। इनेलो नेता ने कहा कि पहली दफा ऐसा हुआ है कि ईडी ने सीबीआई की चार्जशीट से किसी का नाम निकाला है। अमरजेंसी का मुद्दा उठाते हुए अभय ने कहा, 45 साल पहले आज ही के दिन कांग्रेस ने हिंदुस्तान में अमरजेंसी लगाई थी। विपक्ष के सारे नेताओं को जेल में डाल दिया गया था और जनता को यातनाएं दी गई थी।
उन्होंने कहा कि तेल की कीमत प्रति बैरल लगातार कम हो रही है। जहां इस महामारी के अंदर तेल के रेट कम होने चाहिए थे वहीं तेल की रेट 10 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए गए हैं। सरकार जनता से टैक्स के रूप में लूटकर घाटे की भरपाई कर रही है। उन्होंने आह्वान किया कि सभी विपक्षी दलों को तेल को जीएसटी में शामिल करवाने के लिए लामबंद होना चाहिए ताकि पेट्रोल और डीजल की कीमत 40 रुपए से भी कम हो जाए।
एमएसपी को खत्म करने की साजिश
इनेलो नेता ने सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार एमएसपी को खत्म करने का काम कर रही है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खुद बयान दिया था कि एमएसपी को खत्म कर देना चाहिए। प्रधानमंत्री ने भी कह दिया कि किसान अपनी फसल कहीं भी बेच सकते हैं। अगर हरियाणा का किसान मंडी में फसल बेचने जाएगा तो सरकार ये कहकर मना कर देगी कि अपनी फसल कहीं भी जाकर बेचे, हमारी खरीदने की कोई जिम्मेदारी नहीं है। फिर तो बड़े व्यापारी ही किसान की फसल का भाव तय करेंगे।