शिमला - राज्यपाल आचार्य देवव्रत से आज यहां राजभवन में नार्वे के राजदूत नील्ज़ रागनर कामस्वेग ने भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल ने पर्यावरण एवं तकनीकी हस्तांरण से सम्बन्धित विषयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश द्वारा हिमालय क्षेत्र की समृद्ध वनस्पति व जीव जन्तुओं के संरक्षण के लिए गम्भीर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हांने कहा कि प्रदेश में जल विद्युत ऊर्जा की अपार सम्भावना है तथा सरकार विकास के इस क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर इसके सम्पूर्ण दोहन के लिए प्रयास कर रही है।
शिष्टाचार भेंट के रूप में हुई इस मुलाकात में राजदूत ने राज्यपाल को नार्वे द्वारा जल विद्युत ऊर्जा बनाने में उपयोग की जा रही अत्याधुनिक तकनीक के बारे जानकारी दी तथा कहा कि नार्वे विश्व में गैस का प्रोत्साहक करने वाला तीसरा बड़ा देश है। उन्होंने मत्स्य तथा सौर ऊर्जा उत्पादन में हुए विकास के बारे भी जानकारी दी।
इस अवसर पर नार्वे दूतावास की द्वितीय सचिव मार्टा ग्जोट्ज़ भी उपस्थित थी।