-- नायब सैनी को प्रदेश की जनता और पार्टी ने नेता माना और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई
--- झूठ बोलकर जनादेश लूटती है कांग्रेस
खडगे ने सच्चाई स्वीकारी,कांग्रेस कर्नाटक और हिमाचल की जनता से माफी मांग कर सत्ता छोड़े
चंडीगढ़ - भाजपा के राष्ट्रीय सचिव औम प्रकाश धनखड़ ने चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस झूठ बोलकर जनादेश को लूटती रही है। यह बात उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी मान ली है।अब कांग्रेस को कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश की जनता से माफी मांगकर सत्ता छोड़ देनी चाहिए और नए सिरे से चुनाव करवाने चाहिए।
धनखड़ ने सुरजेवाला के मुख्यमंत्री नायब सैनी पर दिए बयान पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि सुरजेवाला के जहन में यह शब्द एक्सीडेंटल पीएम से आया है। जब 2005 में सोनिया गांधी राष्ट्रपति भवन में पीएम बनने गई थी और वह पीएम नहीं बन पाई तो मनमोहन सिंह जी पीएम बने और उनको एक्सीडेंटल पीएम कहा गया। इसी पर एक्सीडेंटल पीएम फिल्म भी बनी है। सुरजेवाला ने एक्सीडेंटल शब्द बोलकर अपनी ही पार्टी पर बैक फायर किया है, क्योंकि उनका जनाधार खत्म हो रहा है।
धनखड़ ने कहा कि नायब सिंह सैनी ने सभी हलकों में जाकर चुनाव प्रचार किया, भाजपा और प्रदेश की जनता ने उनको अपना नेता माना और चुना है। उनके नेतृत्व में पूर्ण बहुमत से हमारी पार्टी की सरकार बनी है। नायब सिंह सैनी की सरकार सभी की भलाई के लिए अच्छा कार्य कर रही है। हजारों युवाओं को बिना पर्ची खर्ची नौकरी देने का बड़ा काम किया है। संकल्प पत्र को पूरा किया जाएगा। हमारा संकल्प पत्र बजट का समानुपाति है। प्रदेश की आर्थिक स्थिति के अनुसार हमने अपना संकल्प पत्र तैयार किया है। कांग्रेस की कर्नाटक और हिमाचल में खटाखट गारंटी फेल हो रही हैं।राजस्थान में कांग्रेस की किसान कर्ज माफी फेल होने पर चार हजार किसानों ने आत्महत्या कर ली थी। इसलिए राजस्थान में कांग्रेस को सत्ता से बाहर जाना पड़ा। कांग्रेस के घोषणा पत्र सत्ता हासिल करने के लिए होते हैं। भाजपा का संकल्प पत्र बजट समानुपाति होता है, इसलिए भाजपा हरियाणा में लगातार तीसरी बार सत्ता में आई है। कांग्रेस की खटाखट वाली गारंटियों को जनता ने नकारा है। पार्टियों के घोषणा पत्र बजट समानुपाति होने चाहिए। इस विषय पर देश भर में चर्चा होनी चाहिए।
धनखड़ ने कहा कि देश और हरियाणा में कांग्रेस का जनाधार बिखरकर सिकुड़ रहा है। कांग्रेसी नेता हताश होकर तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं। अब ये अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष की कर्नाटक के हालात को लेकर दी गई सलाह की भी परवाह नहीं करेंगे।