भाजपा नेता का निशाना : मुख्यमंत्री पर टिप्पणी कांग्रेस के मानसिक दिवालियापन की निशानी
पूर्व सांसद बोंली, एक्सिडेंटल कांग्रेस का इजाद किया शब्द, कांग्रेस बताए कब तक चुना जाएगा नेता प्रतिपक्ष
दुग्गल बोंली, नायब सैनी के नेतृत्व में भाजपा को तीसरी बार मिला जनादेश
चंडीगढ़। मुख्यमंत्री नायब सैनी और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला के बीच छिड़ी जुबानी जंग के बीच भाजपा सुरजेवाला पर हमलावर हो गई है। सिरसा से पूर्व सांसद एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता सुनीता दुग्गल ने राज्यसभा सांसद सुरजेवाला पर हमला बोलते हुए निशाना साधा कि कांग्रेस के नेता जिस तरीके से टिका-टिप्पणी कर रहे हैं, यह उनके मानसिक दिवालियापन की निशानी है। लोकतंत्र में लोकमत की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए राजनीतिक दलों ने लोकमत का सम्मान करना चाहिए।
पूर्व सांसद शनिवार को चंडीगढ़ स्थित भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहीं थी। उन्होंने सुरजेवाला पर हमला बोलते हुए कहा कि वे 2019 में जींद उपचुनाव न केवल हारे बल्कि तीसरी नंबर रहे और अपनी जमानत भी बड़ी मुश्किल से बचा पाए। इसके बाद 2019 में कैथल से विधानसभा चुनाव हारे। रोचक पहलू यह तो यह है कि अब वे राज्यसभा सांसद हैं, वे भी दूसरे प्रदेश से, यहां से कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा भी नहीं भेजा।
रणदीप सुरजेवाला के नायब सैनी को एक्सिडेंटल सीएम बोलने पर सुनीता दुग्गल ने कहा कि नायब सैनी 3 बार विधायक बन चुके हैं और एक बार लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। यही नहीं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष की कमान भी नायब सैनी संभाल चुके हैं। नायब सैनी ने 2014 में नारायणगढ़ से जीता और भाजपा सरकार में मंत्री बने। इसके बाद 2019 में कुरुक्षेत्र से लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए। 2024 में उन्होंने करनाल उपचुनाव जीता और मुख्यमंत्री बने। इसके बाद 2024 में लाडवा विधानसभा से चुनाव जीता और विधायक दल ने सर्वसम्मति से उन्हें अपना नेता चुना। नायब सैनी एक्सिडेंटल नहीं, बल्कि जन नेता हैं। उनका एक्सिडेंटल कहना जनता का अपमान है, जनता झारखंड और महाराष्ट्र में इसका बदला लेगी।
वहीं सुनीता दुग्गल ने एक्सिडेंटल शब्द पर स्पष्ट किया कि यह कांग्रेस ने इजाद किया था। एक्सिडेंटल शब्द पर न केवल फिल्माकंन हुआ है, बल्कि उपन्यास भी लिखा गया है। सुनीता दुग्गल ने सवाल किया कि अभी तक कांग्रेस विधायक दल का नेता नहीं चुन पाई है और उनका एक्सिडेंटल नेता प्रतिपक्ष कब तक आएगा, इसके बारे में भी सुरजेवाला जनता को जरूर बताएं।
कांग्रेस करती है परिवारवाद, क्षेत्रवाद और जातपात की राजनीति
पूर्व सासंद सुनीता दुग्गल ने कहा कि कांग्रेस हमेशा परिवारवाद, क्षेत्रवाद और जातपात की राजनीति करती है, जिससे जनता ने नकारते हुए तीसरी बार भाजपा को जनादेश दिया है। वहीं उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस जात-पात की राजनीति करती है। कांग्रेस के समय में दलित समाज गोहाना व मिर्चपुर कांड को अभी तक भूला नहीं है। जबकि भाजपा ने दलित उत्थान के लिए काम किया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने चुनाव से पहले दलित वर्गीकरण आरक्षण लागू करने का वादा किया था और तीसरी बार सरकार बनते ही उसे कैबिनेट की पहली बैठक में लागू कर दिया।