पंचकूला, 28 सितंबर - राजकीय महाविद्यालय, कालका की प्राचार्या प्रोमिला मलिक के कुशल नेतृत्व में महाविद्यालय की कोटपा तथा ड्रग एब्सेंस अवेयरनेस समिति द्वारा राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के सहयोग से व्याख्यान का आयोजन करवाया गया। व्याख्यान का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं को नशे से दूरी बनाये रखने के लिए प्रेरित करना तथा नशे के सेवन से उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना था। नशे के सेवन से उनके परिवार के साथ-साथ समाज पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
व्याख्यान में बीके रंजू दीदी ने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने का आग्रह किया तथा उन्हें आध्यात्म का मार्ग अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि वे बाहर खुशी तलाशने के बजाय आत्मसंतुष्टि लाएं जिससे उन्हें खुश रहने के लिए नशे पर निर्भर न रहना पड़े। इसके साथ ही उन्होंने सभी विद्यार्थियों को प्रतिज्ञा करवाते हुए ध्यान सत्र भी संचालित किया और सभी छात्रों को 21 दिनों तक ध्यान का यह अभ्यास जारी रखने की सलाह दी ताकि वे अपने मन के ऊपर काबू पाना सीख सकें और सही रास्ते पर खुद भी चलें तथा अपने आस पास वालों को भी चलना सिखा सकें। तभी एक सकारात्मक समाज का निर्माण संभव हो सकेगा।
इस व्याख्यान में कॉलेज के 100 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया और उन सभी ने इसे बहुत लाभदायक पाया। विद्यार्थियों ने नशे से दूर रहने और अपने परिवार और दोस्तों को भी नशे से दूर रखने की शपथ ग्रहण की। इस व्याख्यान में कोटपा तथा ड्रग एब्सेंस अवेयरनेस समिति की प्रमुख प्रोफेसर डॉ. नवनीत नैंसी और समिति के सदस्य प्रोफेसर स्वाति, प्रोफेसर जगपाल तथा प्रोफेसर सविता ने पूरा सहयोग दिया।