चण्डीगढ़ 28 अगस्त, 2024: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी की मेजबानी में नई शिक्षा नीति-2020 के तहत ‘‘योग्यता-आधारित शिक्षण और मूल्याकंन’’ विषय पर स्कूल शिक्षा बोर्ड परिषद् (कोबसे) का 53वां वार्षिक सम्मेलन चण्डीगढ़ में 28 से 30 अगस्त, 2024 तक आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन में भारतवर्ष के लगभग 40 शिक्षा बोर्ड तथा 03 राष्ट्रों यथा भूटान, मॉरीशस एवं स्विट्जरलैंड के शिक्षा बोर्डों एवं देश के प्रबुद्ध शिक्षाविद भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन में हरियाणा के माननीय राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। मुख्य अतिथि द्वारा सम्मेलन का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित करते हुए सरस्वती वंदना के साथ किया गया। कार्यक्रम के शुरूआत में पी.एम.श्री स्कूल राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सैक्टर-15, पंचकूला की छात्राओं ने हरियाणवी संस्कृति की मनमोहक प्रस्तुति दी।
कोबसे के 53वें वार्षिक सम्मेलन की मेजबानी कर रहे हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ० वी.पी. यादव ने मुख्य अतिथि हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि आपके इस सम्मेलन में पहुँचने पर हम सभी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। आपकी उपस्थिति से यह कार्यक्रम और भी खास बन गया है।
उन्होंने अपने स्वागतीय भाषण में देश-विदेश से सम्मेलन में पहुँचे सभी शिक्षाविदों का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि हम सभी के लिए गर्व का क्षण है कि हम अपने अनुभवों को साझा करने, नई सीख लेने और एक दूसरे से प्रेरणा प्राप्त करने के लिए यहाँ एकत्रित हुए हैं, आप सभी का सम्मेलन में पहुँचना हमारे लिए अत्यंत सम्मान की बात है।
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि अगस्त-2023 में उत्तरपुस्तिकाओं का डिजिटल मूल्यांकन एक नवाचार के तौर पर करवाया गया, जो कि काफी कारगर साबित हुआ। इससे न केवल परीक्षा परिणाम घोषित करने में समय की बचत हुई अपितु गल्तियों की सम्भावना भी न के बराबर रही। इससे परिणाम रिकॉर्ड समय में घोषित करने में कामयाबी मिली।
उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड देश का पहला ऐसा बोर्ड है, जिसने नकल पर पूर्णतया अंकुश लगाने के लिए प्रश्र-पत्रों पर क्यू आर एवं अल्फा न्यूमेरिक कोड़ प्रणाली को अपनाया है। इस तकनीक से नकल के मामले न के बराबर सामने आए तथा रिकॉर्ड समय में परीक्षा परिणाम को जारी करने में सफलता प्राप्त की। जिसकी सराहना देश-प्रदेश में विभिन्न प्रिन्ट, इलैक्ट्रोनिक्स एवं सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर की गई। स्कोच ग्रुप द्वारा हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड को नकल रोकने के लिए अपनाई गई नई तकनीकों द्वारा, परीक्षार्थियों के भविष्य पर पड़े सकारात्मक प्रभावों की सराहना करते हुए गोल्ड कैटेगरी के स्कोच अवार्ड-2024 से नवाजा गया।
हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने सम्मेलन में उपस्थित सभी शिक्षाविदों के सामने आने वाले समय की चुनौतियों पर चर्चा की ओर ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि हमें यह मंथन करना होगा कि गांव या अन्य स्थानों पर रहने वाले गरीब विद्यार्थियों तक पहुंच हो, सभी बच्चे शिक्षा के मंदिर तक आएं, कोई भी विद्यार्थी अपनी पढ़ाई बीच में न छोड़े, सभी विद्यार्थी सक्षम बने, बड़े अधिकारी बने, उनमें कार्यकुशलता की वृद्धि हो तथा उनमें आत्मविश्वास का संचार हो। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर दिया।
माननीय राज्यपाल ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की कार्यकुशलता, नए-नए अभिप्रयोगों एवं नकल रहित परीक्षा संचालन की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने डिजिटल क्रांति में सहयोग के लिए आगे बढऩे की प्रेरणा ली साथ ही कहा कि हरियाणा नई शिक्षा नीति-2020 को लागु करने में अग्रणी रहेगा।
तीन दिवसीय सम्मेलन में आज प्रथम दिन नई शिक्षा नीति-2020 के तहत ‘‘योग्यता-आधारित शिक्षण और मूल्याकंन’’ प्रसंग पर विस्तार से चर्चा हुई। इस दौरान विभिन्न बोर्डों के प्रतिनिधियों द्वारा शिक्षा-शिक्षण प्रणाली को और अधिक प्रभावी एवं सुदृढ़ बनाने के लिए नवाचार और तकनीक की आवश्यकता को लेकर अपने-अपने विचार रखे।