चंडीगढ़ - सन्त निरंकारी सत्संग भवन सैक्टर 15 चंडीगढ़ में निरंकारी बाल समागम आयोजन किया गया । इस बाल समागम की अध्यक्षता करते हुए ओ पी निरंकारी जी ज़ोनल इंचार्ज चंडीगढ़ ने कहा कि दिखने में तो बच्चे ही थे पर जो संदेश इन्होने दिया वह बहुत बड़ा था। बच्चों ने कई प्रकार की कलाओं का सहारा लेते हुए यह बताने का प्रयास किया कि मर्यादा व अनुशासन में रहकर जीवन व्यतित करना चाहिए । उन्होंने निरंकारी सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज की शिक्षाओं का जिकर करते हुए बताया कि मानुष जन्म बहुत ही अनमोल है हमें व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए बल्कि सत्संग-सेवा-सिमरन में लगाना चाहिए।
उन्होने बच्चों द्वारा पेश की गई हर आईटम की सराहना की और कहा बच्चों के मन निर्मल होते हैं यदि बचपन से ही इनमें जात-पात, भाषा, रहन-सहन आदि के आधार पर किसी से वैर-नफरत का भाव पैदा न होने दिया जाए तो बड़े होकर ये बच्चे समाज व देश के लिए वरदान साबित हो सकते हैं और फिर देश में अनेकता होते हुए भी एकता स्थापित करना सम्भव हो सकेगा। इन नन्हे मुन्ने बच्चों से यह आशा की जाती है कि वे सोशल मीडिया की और कम ध्यान दें तथा अपनी पड़ाई के विषयों एवं खेल कूद पर विशेष ध्यान देंगे। अपने माता पिता एवं अध्यापकों का सत्कार करें तथा उनकी आज्ञा का पालन करें। आज के बच्चे देश का भविष्य हैं अतः परम पिता परमात्मा से अरदास है कि वह इन बच्चों को सदबुद्धि प्रदान करें ताकि ये अपने माता पिता एवं देश का नाम रोशन कर सकें।