नई दिल्ली - बीते एक सप्ताह में सर्द हुए मौसम ने नौनिहालों की मुसीबत बढ़ा दी है। स्थिति यह है कि बीते दो सप्ताह में शहर के निजी अस्पतालों में सर्दी- जुकाम से पीड़ित बाल मरीजों की संख्या बढ़कर दोगुनी हो गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें निमोनिया के साथ-साथ मैनिनजाइटिस यानि ब्रेन फीवर के मरीज भी शामिल हैं। पिछले दो सप्ताह में शहर में ठंडी हवाओं का असर बढ़ा है।
इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर दिखाई दे रहा है। चिकित्सकों के अनुसार, बीते 15 दिन में सर्दी-जुकाम के साथ -साथ निमोनिया पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ी है। शहर के जाने-माने चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. राकेश मिश्रा कहते हैं कि आमतौर पर लोग सर्दी-जुकाम को कोई बीमारी ही नहीं समझते हैं। वे बच्चों का घरेलू उपचार करते रहते हैं जब स्थिति गंभीर हो जाती है, तब डॉक्टर के पास आते हैं। तब तक बच्चे का साधारण सा सर्दी-जुकाम निमोनिया में बदल जाता है। इतना ही नहीं, कई बार तो यह निमोनिया मैनिनजाइटिस में तब्दील हो जाता है।
हमारे पास पिछले 15 दिन में 20 निमोनिया और दो मैनिनजाइटिस के मरीज आ चुके हैं। अस्पताल की ओपीडी में भी हर रोज 15 से 20 बच्चे पहुंच रहे हैं। बीते दो सप्ताह में अस्पताल में सर्दी- जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ी हैं। बाल विभाग की ओपीडी में प्रतिदिन ऐसे 45-50 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें से 5 से 10 फीसदी मरीजों की स्थिति गंभीर होती है और इन्हें भर्ती करना पड़ता है।