Hindi English Tuesday, 17 June 2025
BREAKING
चंडीगढ़ के मीडिया कर्मियों की ओर से मीडिया हैल्पिंग ग्रुप के बैनर तले सैक्टर 32 के जीएमसीएच के बाहर ठंडे और मीठे पानी की छबील आयोजित पंजाब कैबिनेट सब-कमेटी ने की 12 कर्मचारी यूनियनों से बैठकें, जायज़ माँगों पर शीघ्र कार्रवाई का दिया भरोसा पंजाब सरकार ने आरसी और डीएल के बैकलॉग संबंधी लिया बड़ा फैसला; क्षेत्रीय अधिकारियों को दिए गए पंजीकरण अधिकार 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए सफाई इंस्पेक्टर विजिलेंस ब्यूरो द्वारा रंगे हाथों काबू पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन शादी की रौनक और एनर्जी से भरपूर है आमिर खान स्टारर सितारे ज़मीन पर का नया गाना 'शुभ मंगलम' अभिनेत्री पायल घोष ने मुंबई के लोखंडवाला में खरीदा 4 करोड़ का आशियाना फूलों की साड़ी का ट्रेंड वापस ला रही हैं बॉलीवुड अभिनेत्रियां रावाधस (रजि.) ने अम्बेडकर भवन चंडीगढ़ में मनाया अपना 24वाँ स्थापना दिवस उत्तराखंड युवा मंच ने श्रद्धालुओं के लिए छबील व लंगर सेवा का किया आयोजन

फीचर्स

More News

आतंरिक उपचार के साथ-साथ सामाजिक व्यवस्था को समझना और उसमें बदलाव लाने के लिए विधिक ज्ञान आवश्यक है: विष्णुप्रिया सिंह

Updated on Tuesday, April 29, 2025 09:13 AM IST

चंडीगढ़:--महज 25 वर्ष की उम्र में विष्णुप्रिया सिंह ने अपने व्यक्तित्व और कार्यों से यह साबित कर दिया है कि ज्ञान और दृष्टिकोण उम्र का मोहताज नहीं होता। वे एक साथ लेखिका, राजनीतिक विश्लेषक, अंकशास्त्री और अब विधि की छात्रा हैं। उनके विचारों में जो गहराई है, वह न सिर्फ उन्हें अलग बनाती है बल्कि नई पीढ़ी को सोचने के लिए प्रेरित भी करती है।

लेखन के क्षेत्र में उनका प्रवेश किसी कल्पनालोक से नहीं, बल्कि जीवन की कड़वी सच्चाइयों से हुआ। मानवीय भावनाओं, सामाजिक असमानताओं और आंतरिक उपचार जैसे विषयों पर उन्होंने गहन चिंतन किया है। उनकी लिखी एक पुस्तक पर आधारित फिल्म द हंड्रेड बक्स इस बात का प्रमाण है कि उनके विचारों ने समाज को झकझोरा है।

राजनीति पर उनकी पकड़ सिर्फ सैद्धांतिक नहीं, बल्कि संवेदनशील और व्यावहारिक भी है। वे मानती हैं कि राजनीति सिर्फ सत्ता का खेल नहीं, बल्कि आम आदमी के जीवन से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात का निर्धारण करती है। उनकी राजनीतिक दृष्टि में भावनात्मक बुद्धिमत्ता और सामाजिक सरोकार दोनों का मेल दिखाई देता है।

जहां एक ओर वे समाज की समस्याओं को तर्क से समझती हैं, वहीं दूसरी ओर वे ऊर्जा और अनुभव के स्तर पर भी जीवन के रहस्यों को जानने की कोशिश करती हैं। अंकशास्त्र उनके लिए केवल एक रहस्यमय विद्या नहीं, बल्कि जीवन को समझने का एक वैज्ञानिक माध्यम है। चाहे करियर की दिशा हो या संबंधों की उलझनें — वे अंकों के ज़रिए गहराई से मार्गदर्शन करती हैं।

अब वे विधि की पढ़ाई कर रही हैं, क्योंकि उनका मानना है कि आतंरिक उपचार के साथ-साथ सामाजिक व्यवस्था को समझना और उसमें बदलाव लाने के लिए विधिक ज्ञान आवश्यक है। उनका यह संतुलन — आत्मा की शांति और समाज की संरचना — उन्हें एक संपूर्ण चिंतक और मार्गदर्शक बनाता है।

विष्णुप्रिया मानती हैं कि जीवन को एक ही दायरे में सीमित नहीं किया जाना चाहिए। कोई व्यक्ति एक साथ आध्यात्मिक भी हो सकता है और तार्किक भी, सशक्त भी और संवेदनशील भी। वे बहुआयामी जीवन की मिसाल हैं, जहां हर पहलू एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है।

भविष्य की बात करें तो वे स्वयं को केवल एक व्यक्ति के रूप में नहीं, बल्कि एक आंदोलन, एक मंच या एक विचार-संस्थान के रूप में देखती हैं — ऐसा स्थान जहाँ भावना, ऊर्जा और बुद्धि एक साथ विकसित हो सकें। उनका उद्देश्य सिर्फ खुद को आगे बढ़ाना नहीं, बल्कि औरों को भी उनकी जागरूकता के साथ जोड़ना है।

विष्णुप्रिया सिंह आज के समय की उस युवा शक्ति की प्रतीक हैं, जो न केवल सपने देखती है, बल्कि उन्हें धरातल पर उतारने का साहस भी रखती है।

Have something to say? Post your comment
प्राचीन कला केन्द्र की 308वीं मासिक बैठक में हरभजन सिंह धारीवाल का जोरदार पखावज वादन

: प्राचीन कला केन्द्र की 308वीं मासिक बैठक में हरभजन सिंह धारीवाल का जोरदार पखावज वादन

प्राचीन कला केन्द्र के छात्रों द्वारा शास्त्रीय संगीत की मधुर प्रस्तुतियां

: प्राचीन कला केन्द्र के छात्रों द्वारा शास्त्रीय संगीत की मधुर प्रस्तुतियां

भारतीय पल्प फिक्शन के जनक  वेद प्रकाश शर्मा की मशहूर थ्रिलर्स बड़े पर्दे पर फिर से वापसी के लिए तैयार

: भारतीय पल्प फिक्शन के जनक  वेद प्रकाश शर्मा की मशहूर थ्रिलर्स बड़े पर्दे पर फिर से वापसी के लिए तैयार

दुष्यंत प्रताप सिंह बहु प्रतीक्षित किताब

: दुष्यंत प्रताप सिंह बहु प्रतीक्षित किताब "सात्यकि द्वापर का अजेय योद्धा" का ऑनलाइन संस्करण इंडी प्रेस द्वारा समूचे विश्व में रिलीज

नाटक कनाडा की पीआर का मंचन 2 अप्रैल को पंजाब कला भवन में

: नाटक कनाडा की पीआर का मंचन 2 अप्रैल को पंजाब कला भवन में

प्राचीन कला केन्द्र की 305वीं मासिक बैठक में सितार की मधुर धुनों की झंकार

: प्राचीन कला केन्द्र की 305वीं मासिक बैठक में सितार की मधुर धुनों की झंकार

प्राचीन कला केन्द्र की 304 वीं मासिक बैठक में सरोद की मधुर तरंगों ने मोहा दर्शकों का मन

: प्राचीन कला केन्द्र की 304 वीं मासिक बैठक में सरोद की मधुर तरंगों ने मोहा दर्शकों का मन

खेलो इंडिया अब हर एथलीट की यात्रा का एक बड़ा हिस्सा क्यों है? - डॉ. मनसुख मांडविया

: खेलो इंडिया अब हर एथलीट की यात्रा का एक बड़ा हिस्सा क्यों है? - डॉ. मनसुख मांडविया

आर्ट थैरेपी से विद्यार्थी के व्यवहार को समझें अध्यापक:सूद

: आर्ट थैरेपी से विद्यार्थी के व्यवहार को समझें अध्यापक:सूद

इंटरनेशनल आर्ट एग्जीबिशन

: इंटरनेशनल आर्ट एग्जीबिशन "विंटर वाइब्स" का आयोजन 31 जनवरी तक

X