चंडीगढ़ : पितृ श्राद्ध के अवसर पर पितृ मोक्ष महायज्ञ एवं श्री मद् भागवत कथा के भव्य आयोजन के उपलक्ष्य पर गंगोत्री के प्रसिद्ध कथा वाचक परम् पूज्य श्री सुरेश शास्त्री जी ने श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए बताया कि संयुक्त पारिवारिक व्यवस्था को देखकर पितृ देवता प्रसन्न होते है तथा ऐसे परिवारों में समस्त प्रकार की सुख शांति एवं समृद्धि सदा बरकरार रहती है।
परम् पूज्य श्री शास्त्री जी ने कहा कि आज देश में संयुक्त परिवार व्यवस्था कम ही देखने को मिलती है संयुक्त परिवार के अभाव के कारण व्यक्ति को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वह अकेला पड़ जाता है और एक समय ऐसा भी आता है जब उसकी कोई मदद नही करता। उन्होनें कहा कि संयुक्त परिवार सदा ही उन्नति की ओर अग्रसर होता है। ‘बसुदेवमिती सर्वम’ का अभिप्राय बताते हुए श्री शास्त्री ने कहा कि भगवान कहते है कि ‘मैं उस घर में वास करता हूँ जहाँ आचरण अच्छा हो, पवित्रता हो, श्रद्धा हो’। उन्होनें कथा के माध्यम से पांच पाण्डवों का प्रसंग संयुक्त परिवार की एकता का अमूल्य परिचय उपस्थित चंडीगढ़ सहित आस पास के क्षेत्रों से आये सैकड़ों श्रद्धालुओं को दिया।